दुनिया के सबसे मंहगे आम ने लोगों को किया आकर्षित
जापान की मियाजकी किस्म के एक आम में होते है, दो तरह के स्वाद
रायपुर, दुनिया के सबसे मंहगे आम को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। जापानी प्रजाति के आम के इस किस्म की कीमत प्रतिकिलो दो लाख 70 हजार रूपए है। जापान की मियाजकी आम की खासियत यह है कि एक ही आम में दो तरह के स्वाद मिलता है। गौरतलब है कि राजधानी रायपुर में लगाए गए आमों की प्रदर्शनी में 200 किस्मों के आम प्रदर्शित किए गए थे। इस प्रदर्शनी का आयोजन 17 से 19 जून तक पंजाब केसरी भवन में उद्यान विभाग और प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
इस प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण का केंद्र दो किस्म के आम, एक हाथीझूल एवं दूसरा मियाजकी की रही। हाथीझूल आम दुनिया के सबसे बड़े आकार के किस्म के आम होते हैं, जो 2 किलो तक के वजन के होते हैं। दूसरा आकर्षण का केंद्र ‘मियाजकी आम‘ ने अपने अनोखी किस्म और महंगी कीमत से लोगों को आकर्षित किया। दुनिया के सबसे महंगे आम जो की जापान की एक किस्म है, उसकी कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में एक लाख 82 हजार रूपए प्रति नग है एवं वजन 639 ग्राम है। इस आम का वजन अधिकतम 900 ग्राम तक होता है और 2 लाख 70 हजार रूपए प्रति किलो की कीमत होती है। ‘मियाजकी आम‘ की एक और खासियत है कि पेड़ पर लगे हुए फलन के दौरान जहां पर धूप पड़ती है वहां का स्वाद अलग होता है, दूसरी तरफ से जहां छाया में यह फलता है। इस तरह यह एक आम दो तरह के स्वाद देता है।
प्रदर्शनी में कुल 61 किस्म के आम प्रतियोगिता के लिए पंजीकृत हुए। इस प्रदर्शनी में 200 से अधिक किस्म के आम राज्य के 33 जिलों की शासकीय रोपणियों एवं कृषकों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में 700 आम के प्रदर्शों को किस्मवार अवलोकन कर 15 किस्मों के उत्कृष्ट प्रदर्श को प्रथम, 15 को द्वितीय एवं 15 को सांत्वना पुरस्कार प्रदाय किया गया।
महोत्सव का उद्घाटन विधान सभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत एवम सांसद श्री ज्योत्सना महंत द्वारा किया गया। वे आम की इतनी किस्म को देख और ये जानकर खासा प्रफुल्लित हुए की छत्तीसगढ़ में आम की 600 से अधिक किस्म लगाई जाती है। श्री महंत ने कृषकों, विभाग के अधिकारियों एवम फल वैज्ञानिकों के प्रयासों एवम नवाचार की सराहना की तथा प्रयासरत रहने हेतु प्रेरित किया।
मुख्य अतिथियों की आसंदी में शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त) श्री रामकुमार पटेल द्वारा महोत्सव के दूसरे दिवस पर प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया एवम सफल आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई। इतने अधिक किस्म के आमों को देख मुख्य अतिथि भी मंत्र मुग्ध हुए तथा किसानों एवम विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। आगामी वर्षों में ऐसी सफल प्रदर्शनी लगाने हेतु श्री पटेल ने विभाग को और प्रोत्साहित किया।
महोत्सव का समापन मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा जी द्वारा किया किया। कार्यक्रम में विशेष श्री सुशील सन्नी अग्रवाल, अध्यक्ष भवन निर्माण कर्मकार मंडल एवं श्री ज्ञानेश शर्मा, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ योग आयोग उपस्थित थे