रमन सिंह ने साधा निशाना, बोले-कांग्रेस में अभी से डर, दबाव की राजनीति शुरू कर दी

कांग्रेस में विधानसभा टिकट के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त और कुमारी सैलजा से नेताओं को मिली नसीहत को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने निशाना साधा है। रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस में आज से ही भय व्याप्त हो गया है, जिस तरह दावेदारों की श्रृंखला और भीड़ दिख रही है, उसके बाद अब उन्होंने दबाव की राजनीति शुरू कर दी है।

दरअसल बिलासपुर में हुई बैठक में कुमारी सैलजा ने नेताओं से साफ कह दिया था कि जिन्हें भी टिकट मिलेगी, वो परफॉर्मेंस के हिसाब से ही मिलेगी और जिनको टिकट नहीं मिलती वे पार्टी के लिए काम करेंगे।

मंत्रियों-विधायकों से नहीं सीएम से मांगी जाए रिपोर्ट कार्ड
कांग्रेस में इन दिनों मंत्रियों और विधायकों की रिपोर्ट कार्ड को लेकर चर्चा है, पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा है कि रिपोर्ट कार्ड देखना है तो मंत्रियों का क्यों मांगते हैं, मुख्यमंत्री का देखें। रिपोर्ट कार्ड मुख्यमंत्री का होता है कि कितने सड़क और पुल बने, कितने अस्पताल और कितने इंफ्रास्ट्रक्चर में काम होगा। पावर सेक्टर में कितना इन्वेस्टमेंट है। यह अगर परफॉर्मेंस देखना है तो मुख्यमंत्री के परफॉर्मेंस के आधार पर मंत्रियों और विधायकों की हालत और खराब है। कृषि के क्षेत्र में अगर देखे तो सिर्फ पाटन और दुर्ग को छोड़कर पूरे छत्तीसगढ़ में 88 विधानसभा और 88 विधानसभा में और कितने काम हुआ है, उसका हिसाब मुख्यमंत्री दें। समीक्षा अगर करनी चाहिए तो मुख्यमंत्री के विकास कामों की करनी चाहिए।

MSP बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार का आभार जताया
पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा प्रधानमंत्री ने देश के किसानों को हित में रखते हुए ना केवल बड़े फैसले लेते हैं, बल्कि हर बार हर साल किसानों को नई सौगात देने का काम करते हैं। केंद्र सरकार द्वारा धान , मिलेट्स और अन्य कृषि उत्पादों पर समर्थन मूल्य बढ़ाने का जो काम किया है। मैं पूरे छत्तीसगढ़ की ओर से देशवासियों की ओर से मोदी जी के इस निर्णय के लिए बहुत-बहुत उनको बधाई देता हूं। जो वृद्धि हुई है वह आज धान का समर्थन मूल्य 2183 रू. हो गया है और बढ़ते हुए हर वर्ष समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई।

2014-15 में 1360 अभी बढ़ कर 2183 रुपए हो गया है। उड़द दाल की एमएसपी 350 बढ़ाकर 6950 प्रति क्विंटल हो गई है। मक्के के एमएसपी 128 की वृद्धि , मूंग में सर्वाधिक एमएसपी 803 प्रति क्विंटल बढ़ा है। निश्चित रूप से किसानों को सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।

छत्तीसगढ़ में एमएसपी बढ़ा है और केंद्र सरकार पूरे के पूरे चावल को अपने केंद्र के उपयोग के लिए लेती है प्रतिवर्ष अब किसानों को 23 हज़ार करोड रुपए यानी 107 लाख मैट्रिक टन के हिसाब से देखा जाए तो केंद्र से प्राप्त होगा। 23000 करोड़ केंद्र सरकार की राशि मिलेगी। यह बहुत बड़ी राशि है मिनिमम सपोर्ट प्राइस के समर्थन में दिया जाता है।

कांग्रेस द्वारा MSP को ऊंट के मुंह में जीरा बताए जाने पर कहा
कांग्रेस की जब सरकार 10 साल थी तो वह भूल गए थे की मिनिमम सपोर्ट प्राइस पर वृद्धि भी होती है। उनके 10 साल की तुलना करें और अभी मैं तुलना इसलिए कर रहा हूं कि 2014 से बढ़कर अभी जितना एमएसपी हुआ है, ये पीएम मोदी का किसानों से किया गया वादा था। उसकी उपलब्धि रही है और इसमें हर साल वृद्धि होती रही है। मनमोहन सिंह के सरकार में यह स्थिति नहीं थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button